कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ क्षम्यतां नाथ, अधुना अस्माकं दोषः अस्ति। प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं । देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद https://shivchalisas.com
Shiv chalisa lyrics pdf - An Overview
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